मोदी सरकार में लगातार पहाड़ की प्रतिभाओं को तवज्जो दी जा रही है। इसी सिलसिले में अब मुख्य चुनाव आयुक्त भी उत्तराखंड से जुड़े व्यक्ति को बनाया गया है। देश सेवा में बढ़चढ़ कर उत्तराखंड के लोग शामिल हो रहे है, जो कि बड़ी गौरव की बात है। ओम प्रकाश रावत उत्तराखंड मूल के हैं हालांकि वो बचपन से ही उत्तराखंड से बाहर रहे। ये जानकार आपको खुशी होगी कि उत्तराखंड की संस्कृति उनके जज्बे में कूट कूट कर भरी है। उनका पहाड़ से बेहद लगाव रहा है।
ओम प्रकाश रावत 1977 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आइएएस अधिकारी हैं। ओपी रावत को अगस्त 2015 में चुनाव आयोग में नियुक्त किया गया था। वो कई राज्यों के लिए चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य कर चुके हैं, लेकिन अब उनके ऊपर पुरे देश की जिम्मेवारी दी जा रही है, आपको बता दें कि ओम प्रकाश का नाता उत्तराखंड के उत्तरकाशी से है वो चिन्यालिसोड़ के रहने वाले हैं। उनके दादा उत्तर प्रदेश के झांसी में रहते थे वहीँ पर इनका जन्म हुआ। 66 साल की उम्र में भी उनके काम करने का जज्बा कमाल का है।
रावत नरसिंहपुर और इंदौर के डीएम भी रहे, रावत 1986 से 1988 तक इंदौर के कलेक्टर रह चुके हैं। ओम प्रकाश रावत पूर्व में मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चीफ सेक्रेटरी, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नर्मदा वैली डेवलपमेंट अथॉरिटी के वाइस चेयरमैन और एक्साइज कमिश्नर भी रहे। आपको बता दें कि रावत 23 जनवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कामकाज संभालेंगे। ')}