उत्तराखंड के चकराता में सहारनपुर और मुजफ्फरनगर के पांच युवकों की कार हादसे में मौत हो गई, हादसे के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि हादसा बीते शनिवार की देर शाम को हुआ होगा। लेकिन घटना के बाद मौके पर पहुंचे मृतकों के परिजनों ने बताया कि उनकी आखरी बार युवकों से फोन पर बीते शुक्रवार शाम 7 बजे बात हुई थी। इसके बाद से ही पांचों युवकों के फोन बंद हो गए।
इसके बाद से यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि हादसा शुक्रवार की देर रात को हुआ होगा। हादसे के बाद ही पांचों के फोन बंद हुए होंगे। घाटी के अधिक गहरा और सघन होने के कारण लोगों की नजर खाई में गिरी कार पर नहीं पड़ सकी होगी। सूचना मिलने के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों कड़ी मशकत के बाद शवों को बाहर निकाला। इसी वक्त पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आकर रेस्क्यू टीम का एक सदस्य घायल हो गया।
मृतकों की शिनाख्त गौरव त्यागी (35) पुत्र जसपाल त्यागी, दीपक तोमर (34) पुत्र कालूराम तोमर, वीरेंद्र सिंह (34) पुत्र राम किशन सभी निवासी जनकपुरी सहारनुपर, सचिन (30) पुत्र राकेशपाल निवासी बसेड़ा मुजफ्फरनगर और शक्ति ठाकुर पुत्र रामपाल (31) निवासी दिलेडा सोंठा थाना मंसूरपुर मुजफ्फरनगर के रूप में हुई है।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि विरेंद्र एचडीएफएसी बैंक देहरादून, दीपक तोमर इसी बैंक में सहारनपुर में और गौरव सहारनपुर में शिवालिक बैंक में कार्यरत था। परिजनों के मुताबिक पांचों दोस्त दो दिन पहले मसूरी घूमने की बात कहकर निकले थे। शुक्रवार शाम तक उनकी परिजनों से फोन पर बात होती रही, लेकिन शनिवार सुबह से पांचों के मोबाइल स्विच ऑफ मिल रहे थे।
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