जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर अब तक के सबसे बड़े फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के अब तक 42 जवान शहीद हो चुके हैं। शहादतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही और अभी भी कई जवान गंभीर रूप से घायल हैं।
घटना जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर दोपहर बाद सवा तीन बजे की है. सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में IED का इस्तेमाल हुआ है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है फिदायीन हमलावर ने विस्फोटक भरी कार को काफिले की बस से टकरा दिया, जिससे विस्फोट में बस के परखच्चे उड़ गए।
हमले के लिए स्कॉर्पियो का इस्तेमाल किया गया था। स्कॉर्पियो बस के पीछे थी और लेथपोरा पहुंचने पर बस की गति धीमी हो गई जिसके बाद स्कॉर्पियो ने बस को टक्कर मार दी और फिर धमाका हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाका इतना तेज था कि सेना की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए, कई जवानों ने तो मौके पर दम तोड़ दिया । घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- जवानों की शहादत नहीं जाएगी व्यर्थ
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘ पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला कायरता पूर्ण कृत्य है। मैं इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’
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