उत्तराखंड में भारी बारिस से तबाही का आलम है देहरादून, चमोली, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, पिथोरागढ़, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और हरिद्वार में जन जीवन प्र्भावित हुआ है जिसमे अब तक बारिस के चलते 6 लोंगों की जाने जा चुकी हैं उत्तराखंड में सबसे जादा बारिश नैनीताल हल्द्वानी में मापी गयी है।
देहरादून-देहरादून में मंगलवार से लगातार बारिस होने की वजह से नदी नाले उफान पर हैं नालों के किनारे कई घर खतरे में पड़ गए हैं। मंगलवार को मसूरी देहरादून हाईवे पर भी जीप के उपर बोल्डर गिरने से 3 लोगों की मौत हो गयी थी। देहरादून के सिल्ला के कटीगाड़ में बदल फटने से शेरा मजरे के दोनों तरफ की नदियों में उफान आ गया। जिससे 1500 लोगों की जान खतरे में पड़ गयी है इसके अलावा सडकें पानी पानी हो गयी हैं । कई जगहों पर नालों ने सड़कों को द्वस्त कर दिया है रायपुर नाले में एक बुजुर्ग के बहने की भी खबर आई है। पटेलनगर थाने के पास देवऋषि एन्क्लेव में बिंदाल नदी ने नुकसान किया है। नदी किनारे बसी बस्ती के घरों में पानी घुस गया है। पुश्ते बहे गए हैं।दर्शनलाल चौक, रायपुर, छह नं पुलिया स्थित द इंडियन एकेडमी में पानी भर गया है। द इंडियन एकेडमी में छात्रों के फंसे होने की भी सूचना है। इसके अलावा नेहरुग्राम स्थित नाला उफान पर था इस से नाले के नजदीक घरों में खतरा बड गया है। गंगोत्री हाइवे पर चम्बा-ऋषिकेश के बीच बेमुण्डा नाला उफान पर है।
चमोली-चमोली जिले भरी बारिस से जन जीवन अस्त व्यस्त है कई जगह बादल फटने की खबर के अलवा खेतों को नुक्सान होने की खबर है इसके साथ ही करीब 50 गाँवों से सड़क संपर्क टूट गया है। सुबह लामबगड़ के पास सड़क पर मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया। चमोली में आज भी स्कूल बंद रहेंगे मौसम विभाग ने बारिश और भूस्खलन को देखते हुए राज्य में अलर्ट जारी किया है।
पिथोरागढ़-पिथोरागढ़ में कुछ जगह भारी बारिश से सड़कों को भारी नुकसान हुआ है मजदूरों के टेंट में मालवा गिरने से मुनस्यारी और टिहरी में दो मजदूरों की मौत हो गई। जिले में हल्की बारिश का सिलसिला चालू है।
अल्मोड़ा-अल्मोड़ा में भी बादल फटने के समाचार हैं हालाँकि इस से जान माल को नुक्सान नहीं हुआ है कई गाँवों से सडक संपर्क टूट गया है। सडक रास्तों को खोला जा रहा है।
रुद्रप्रयाग- भारी बारिस के चलते कई जगह भूस्खलन से यातायात थप हो गया है। डीएम ने फिलहाल यात्रा को अंतिम आदेश तक रोक दिया है गौरीकुंड फाटा व मुनकुटिया में मलबा आने से रोड बंद हो गया।
हरिद्वार- हरिद्वार में नदियों का जलस्तर खतरे के निसान को पार कर गया है। वहीँ 2 दिन में ही हरिद्वार में 12 लाख काँवडी हरिद्वार पंहुचे हैं वही चार धाम की यात्रा के लिए निकले कांवडी रास्ते में फंसे हैं। भारी बारिस के चलते अगले एक दो दिन हरिद्वार के लिए भारी हो सकते हैं ।
पौड़ी- पौड़ी में जगह जगह भूस्खलन का समाचार है बारिस की वजह से गाड़ गधेरे उफान पर हैं उधर, लोनिवि के प्रमुख अभियंता एचके उप्रेती ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के लिए जगह-जगह जेसीबी लगाए गए हैं।
यह भी पढ़ें-रुसी नागरिक ने तोड़ी भूख हड़ताल ')}