उत्तराखंड के युवाओं की एक अजीब बिडम्बना है कि वो सिर्फ नौकरी को ही अपना कैरियर के रूप में देख रहे हैं, देहरादून जैसे शहर में दुसरे शहर के लोग आकर अपना कारोबार खूब जमा रहे हैं जबकि हमारे युवा केवल नौकरी की उम्मीद लेकर दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं, मंगलवार को छात्रों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि नौजवानों को सिर्फ नौकरी की मानसिकता से बाहर सोचने की जरूरत हैं। युवा उद्यमशीलता को अपनाये व उद्यमी बने।
सरकार द्वारा स्टैण्डअप इण्डिया-स्टार्टअप इण्डिया, स्किल डेवलपमेन्ट प्रोग्राम, एमएसएमई नीति द्वारा युवाओं को उद्यमशीलता की ओर प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने नौजवानों को राजनीति में भाग लेने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह ने कहा कि राजनीति में प्रदूषण का कारण है कि अच्छे लोगों का राजनीति से दूर रहना। यदि अच्छे लोग सब जगह नही आयेगे तो कोई ओर वहां आ जायेगा।
काॅलेज की राजनीति व चुनावों से भी लोकतंत्र को सही दिशा मिल सकती है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने आत्महत्या जैसी दुष्प्रवृतियों को बढ़ावा दिए जाने पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अभी तक लगभग 11 लोगों द्वारा आत्महत्या करने की धमकियां प्राप्त हुई है। राजनीतिक कारणों से आत्महत्या के प्रयासों का खुलेआम समर्थन अत्यधिक निन्दनीय है। ')}