देश में सबसे अच्छा विकास मॉडल समझा जाने वाला गुजरात प्रति व्यक्ति आय के मामले में उत्तराखंड से पीछे है। इस साल उत्तराखंड की प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 90 हजार के पार पहुँचने की सम्भावना है। जबकि गुजरात की प्रति व्यक्ति आय महज 1 लाख 70 हजार के आसपास पहुँचने की। वैसे इस मामले में देश के कुछ ही राज्य उत्तराखंड से आगे हैं। महाराष्ट और तमिलनाडु जैसे राज्य भी पीछे हैं।
बता दें कि वर्ष 2000 में प्रति व्यक्ति आय महज 15 हजार थी। जो अब बढ़कर
190284 रुपये हो गई है। नव गठित राज्यों में प्रति व्यक्ति के हिसाब से उत्तराखंड ने ही सबसे अधिक प्रगति की। उत्तराखंड ने आर्थिक, सामाजिक और उद्योगिक क्षेत्र में तेजी से विकास किया है।
उत्तराखंड के लोगों की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से 64,887 रुपये अधिक है। राज्य की आर्थिक विकास दर में भी 0.21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। राज्य आय का अनुमान मुख्य रूप से वित्तीय वर्ष में राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल के भीतर वर्ष में उत्पादित कुल वस्तुओं और सेवाओं का सकल मूल्य होता है। इसका आकलन आधार वर्ष के आधार पर बनाया जाता है।
प्रति व्यक्ति आय को संदर्भित वर्ष के प्रचलित भाव पर सकल घरेलू उत्पाद को वर्ष की अनुमानित जनसंख्या से विभाजित कर निकाला जाता है। इसी तरह आर्थिक विकास दर भी निकाली जाती है। राज्य सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 214993 करोड़ अनुमानित है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय 1,25,397 रुपये अनुमानित की गई है। राज्य में अनुमानित आर्थिक विकास दर 2017-18 में 6.82 से बढ़कर 7.03 हो गई है। राष्ट्रीय स्तर में यह औसत उत्तराखंड से अधिक यानी 7.2 प्रतिशत है।
')}